लेखनी कहानी -04-Nov-2023 पछतावा
शीर्षक = पछतावा
इंसान गलती का बना पुतला है, उससे कदम कदम पर गलतियां होती है और वो उनसे सीखता भी है लेकिन मैंने जो किया था वो कोई गलती नही थी बल्कि एक गुनाह था गलती और गुनाह दोनों में बहुत अंतर है गलती की माफ़ी मिल जाती है लेकिन गुनाह की सजा मिलती है और वो सजा भुगते बिना आत्मा भी शरीर नही छोड़ती है।
जैसा की मेरे साथ हुआ मुझे मेरे गुनाह की सजा मिली मन करता है कि वक़्त का पहिया पीछे घुमा दू उस गुनाह को करने से खुद को बचा लू पर अफ़सोस ऐसा कर पाना अब मेरे बस में नही मैंने जो किया उसकी सजा मुझे मिल रही है
मैंने अपनी जवानी के जोश में अपने होश खो बैठे थे, एक लड़की को अपने झूठे प्यार के नाटक में फसा कर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था वो बेचारी तो मुझे अपना समझ कर अपना सब कुछ सौंप बैठी थी और मैं उसे बस जरूरत का समान समझ कर इस्तेमाल कर आया था उससे भी ज्यादा बड़ा गुनाह जो मैंने किया था वो ये था ज़ब उसने मुझे बताया था कि वो मेरे बच्चें की माँ बनने वाली है और मुझसे शादी करना चाहती है तब मैं उसे झूठा दिलासा देकर शहर भाग आया था उसके बाद उसके साथ क्या हुआ मुझे नही मालूम अपनी आवारा गर्दी और पिता के पैसों पर खूब ऐश किया शराब, सीगरेट से मेरा याराना हो गया था
उसके बाद बाप की फैक्ट्री में ही अच्छी पोस्ट मिल गयी थी और लगे हाथों शादी भी हो गयी थी लेकिन शराब और सीगरेट से मेरा नाता नही छूटा पत्नि को भी हमेशा अपनी जरूरत की चीज समझा ज़ब मन करता उसके पास जाता अन्यथा वो मेरी राह तकती रहती और मैं शराब के साथ अपनी रात बिताता।
कई साल बीत गए थे शादी को लेकिन संतान का सुख नही मिला था मुझे घर में भी अब चर्चा होने लगी थी आखिर इकलौता बेटा था उस घर का मुझसे वंश चलना था लेकिन शायद मेरे गुनाहो की सजा मुझे इस तरह मिलना थी मुझमे ही बाप बनने की सालाहियत ख़त्म हो गयी थी मैं ही बाप नही बन सकता था शायद मेरे उस गुनाह की सजा मुझे मिली थी दुनिया के सामने मूंह दिखाने के काबिल नही रहा था मैं मन करता है समय में पीछे चला जाऊ अपनी उस गलती को सुधार आऊ उस लड़की से माफ़ी मांग आऊ उसके बच्चें को अपना नाम दे आऊ लेकिन अब ऐसा मुमकिन नही सिवाय पछतावे के कुछ नही रहा अब मेरे पास अस्पताल के एक बेड पर पड़े एक अधेड उम्र का आदमी अपनी व्यथा को याद कर रो रहा था।
समाप्त....
मोहम्मद उरूज खान
Milind salve
05-Nov-2023 08:56 AM
Nice 👍🏼
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Gunjan Kamal
05-Nov-2023 07:38 AM
शानदार प्रस्तुति 👌
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